
जशपुरनगर।। जिले में जल एवं भूमि संरक्षण को बढ़ावा देने के लिए जल शक्ति मंत्रालय द्वारा चलाये जा रहे जल शक्ति अभियान के “कैच द रैन” पहल के अंतर्गत ‘जल जागृति जशपुर अभियान प्रारम्भ किया गया है। इसके तहत शनिवार दिनांक 05/04/2025 को जशपुर विकासखण्ड के ग्राम – घोलेंग में “जल जागृति शिविर” कार्यक्रम का आयोजन किया गया।इस शिविर में मुख्य अतिथि के रूप में जनपद पंचायत जशपुर अध्यक्ष श्री गंगा राम भगत जी उपस्थित रहे।इस अवसर पर भारत सरकार के जल शक्ति मंत्रालय द्वारा वाटर हीरो के रूप में सम्मानित जल प्रहरी नीरज वानखेड़े द्वारा मनोरंजक तरीकों से भूमि एवं जल संचयन के तरीकों से ग्रामीणों को अवगत कराया गया। इसमें उन्होंने खेल एवं मॉडल के माध्यम से ग्रामीणों को जल संरक्षण के तरीकों की जानकारी दी। उन्होंने लाइव मॉडल के माध्यम से जल संरक्षण की आवश्यकता को प्रदर्शित कर लोगों को इसके महत्व को दर्शाया। उन्होंने सो. ख्ता गड्डा, बोर रिचार्ज, वाटर हार्वेस्टिंग, डिप सीसीटी, गेबियन स्ट्रक्चर, एलबीएस, मेढ़ बंधान आदि जल संरक्षण के तरीकों की ग्रामीणों को जानकारी दी। ग्रामीणों को जल संरक्षण के महत्व को उजागर करते हुए कहा कि जल एक अनमोल संसाधन है, आने वाले पीढ़ियों के उज्ज्वल भविष्य के लिए जल का संरक्षण करना जरूरी है।उन्होंने जल स्त्रोतों के साथ साथ पानी के स्त्रोतों के रिचार्ज करने वाली नालों, जल वितरिकाओं, तालाबों, झिरिया, नालिकाओं को भी स्वच्छ रखने का संदेश दिया ताकि जल स्तर बना रहे।जनपद पंचायत अध्यक्ष गंगा राम भगत ने सभी को संबोधित करते हुए कहा कि जल है तो कल है। जब हम जब हम छोटे बच्चे थे तब हमारे घर के पास कुआं हुआ करता था गर्मियों के दिनों में जब भी नहाते थे तो कुएं में लौटे से पानी को निकाल कर नहाते थे। फिर लगभग 10 साल बाद कुआं का पानी नीचे चला गया। फिर पानी निकालने के लिए रस्सी की जरूरत पड़ने लगी। और आज उसी कुएं में पानी देखने को नहीं मिलता। ये सब जो जगह जगह पर बोर किया जा रहा है। उसी का कारण है कि आज जमीन से लगातार वाटर लेवल नीचे जाता जा रहा है। हम सभी को जल संरक्षण का महत्व जानना चाहिए और जल संरक्षित करना चाहिए।ज्यादा से ज्यादा पेड़ पौधे लगाना चाहिए। जंगलों में आग नहीं लगना चाहिए। उससे पशु पक्षियों को तो नुकसान पहुंचता ही है पर उससे हमे भी छती हानि पहुंच रहा है। लगातार गर्मियां बढ़ रही हैं।इस कार्यक्रम में समस्त जनप्रतिनिधि, भाजपा कार्यकर्ता, जनपद पंचायत के अधिकारी कर्मचारी, जिला पंचायत के अधिकारी कर्मचारी, जल संसाधन विभाग के अधिकारी कर्मचारी, सहित बड़ी संख्या में स्कूली बच्चे एवं ग्रामीणों की उपस्थिति में कार्यक्रम संपन्न हुआ।