
जशपुरनगर -: शहर के बंगाले कालोनी में स्थित सरस्वती शिशु मंदिर द्वारा संचालित छात्रावास में बच्चों के साथ हुए कथित मारपीट की घटना को लेकर विवाद की स्थिति बन गई। स्कूल प्रबंधन के सचिव मंगरा महतो ने छात्रावास का संचालन स्कूल प्रबंधन द्वारा करने के दावे को खारिज कर दिया। वहीं,मकान मालिक अरूण सिंह का कहना था कि मकान किराया का भुगतान,सरस्वती शिशु मंदिर के प्रबंधन द्वारा ही किया जाता है। इस कथित छात्रावास को लेकर उस वक्त विवाद की स्थिति बनी जब सरस्वती शिशु मंदिर में पढ़ने वाले दो नाबालिग छात्रों के अभिभावकों ने,छात्रावास में अपने बच्चों के साथ हुई मारपीट से नाराज हो कर,टीसी की मांग की।
वहीं अभिभावकों का आरोप था कि टीसी लेने के बाद जब वे छात्रावास पहुंचे तो उन्हें सामान नहीं दिया जा रहा था। घटना की सूचना पर शहर के राजा विजय भूषण सिंह जूदेव कन्या महाविद्यालय के पास संचालित इस कथित छात्रावास के पास मिडिया के साथ चाइल्ड हेल्प की कर्मचारी भी पहुंची। सरस्वती शिशु मंदिर के सचिव मंगरा महतो ने मिडिया को बताया कि स्कूल प्रांगण में छात्रावास भवन निर्माणाधीन है। इसलिए,प्रबंधन ने,छात्रावास में रह कर अध्ययन करने वाले छात्रों के अभिभावकों को,वैकल्पिक व्यवस्था का सुझाव दिया था। उन्होनें दावा किया कि इस छात्रावास का प्रत्यक्ष संचालन सरस्वती शिशु मंदिर द्वारा नहीं किया जा रहा है। वहीं,मकान मालिक अरूण सिंह का कहना था कि उनका किराये का एग्रीमेंट,सरस्वती शिशु मंदिर प्रबंधन से है। किसी छात्र के अभिभावक से उनका सीधा संपर्क नहीं है।
वर्सन
नरेन्द्र सिन्हा जिला शिक्षा अधिकारी जशपुर
विभाग की जानकारी में ऐसा कोई हॉस्टल संचालित नहीं है। यदि ऐसा है तो यह अवैध तरीके से संचालित किया जा रहा है। जांच कर उचित कार्रवाई की जाएगी।