जशपुर जिले के दुलदुला थाना क्षेत्र के ग्राम बम्हनी गांव में शनिवार सुबह जंगल से भटकर एक भालू खाने की तलाश में एक घर में घुस गया। गांव में भालू के पहुंचने से गांव में हड़कंप मच गया। घटना करीब सुबह 6.30 बजे की बताई जा रही है। इस दौरान भालू ने सुबह से लेकर शाम करीब 6 बजे तक गांव में ही रहा। रेस्क्यू दल में फारेस्ट और पुलिस विभाग के करीब 70 जवान होने के बाद पुलिस पकड़ नहीं पाई। भड़के भालू ने दुलदुला टीआई जगशाय पैकरा पर जानलेवा हमला कर गंभीर रुप से घायल कर दिया। जिसे उपचार के लिए तत्काल जिला अस्पताल लाया गया।ग्रामीणों की सुरक्षा को देखते हुए जिस घर में भालू घुसा था। उस घर को रस्सी का घेराकर घेर दिया गया था। जहां किसी भी लोगों को अंदर जाने की अनुमति नहीं थी। केवल फारेस्ट और पुलिस के जवान घर में घुसकर भालू को पकड़ने का प्रयास करते रहे। लेकिन असफल रहे। आपको बता दे की सबसे पहले भालू ने बसंत नाम के एक व्यक्ति को घायल कर दिया। उसके बाद एक घर में घुस गया है। भालू के गांव में घूसने की जानकारी मिलते ही लोग अपने- अपने घर से निकलकर बाहर आ गए। भालू गांव में घूसने के बाद सीधे खलेश्वर बेहरा के घर में घुस गया। भालू जिस घर में घुसा वहां पहले से ही 11 लोग अंदर बैठे हुए थे। भालू को देखकर घबराकर बाहर निकलकर अपनी जान बचाई। इस दौरान ग्रामीणों की भीड़ लग गई। घर के बाहर इकठ्ठा भीड़ को जवान हटाएं। फारेस्ट की टीम घर में छुपे भालू को निकालने के लिए टायर को जलाकर खपरैल को हटाकर कमरे में डाल रहे थे। इस दौरान भड़के भालू ने टीआई जगशाय पैकरा पर हमला बोल दिया। भालू ने दुलदुला थाना प्रभारी का हाथ को काटते हुए पीठ, पैर, जांघ में भी हमला कर गंभीर रुप से घायल कर दिया। भालू की उम्र करीब तीन साल बताई जा रही है। वही पुलिस और फारेस्ट को चकमा देकर भालू सीधे बागान की ओर भाग गया। फारेस्ट की टीम उसे पकड़ने के लिए पीछा करती हुई बागान की ओर रवाना हुई। जहां घबराया भालू बागान से निकलकर जंगल में भाग गया।
भालु का रेस्क्यू करते थानेदार हुआ जख्मी…12 घंटे बाद भगाया गया जंगल की ओर।
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